लैलूंगा-हाईप्रोफाइल मित्तल दंपति हत्याकांड सुलझा…रायगढ़ एसपी ने प्रेस कांफ्रेंस कर मामले की जानकारी दी

रायगढ़।लैलूंगा क्षेत्र में हुए हाईप्रोफाइल मित्तल दंपत्ति दोहरे हत्याकांड की गुत्थी आखिरकार पुलिस नें सुलझा ली है। जिस पर पूरे ज़िले की निगाहें टिकी थीं हालांकि इस मामले और आरोपियों से संबंधित कुछ जानकारियां रविवार की शाम ही मीडिया में फैल चुकी थी लेकिन… एक सवाल जो हर किसी के ज़ेहन में था वो ये कि आखिर इस पूरे घटनाक्रम की सच्चाई क्या?… सोमवार की दोपहर रायगढ़ पुलिस कंट्रोल रूम में प्रेसवार्ता कर पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि:–मदन मित्तल एवं उनकी पत्नी अंजू मित्तल के मर्डर में कुल छः आरोपी शामिल थे जिनमें से पांच को पुलिस ने गिरफ्तार किया है एक अन्य आरोपी अभी भी फ़रार है पकड़े गए चार आरोपी नाबालिग हैं व अन्य 1 बालिग है

सीसीटीवी फुटेज से पकड़ाये आरोपी:-पुलिस की टीमें चोरी के साथ आपसी रंजिश के कई पहलुओं को दृष्टिगत रखते हुये जांच में आगे बढ़ रही थी। सायबर की टीम द्वारा संदिग्ध व्यक्तियों के मोबाइल नम्बर एवं सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज की जांच कर महत्त्वपूर्ण जानकारियों एसपी अभिषेक मीणा को उपलब्ध कराया जा रहा था। इसी दरम्यान सीसीटीवी फुटेजों की जांच कर रही साइबर टीम को फुटेज में सांई पेट्रोल पम्प के पास दिनांक 22सितम्बर की रात 3-4 लड़कों का मूव्मेंट दिखा जो मित्तल निवास के पीछे वाले रोड़ से होकर चखना सेंटर की तरफ गये और कुछ देर बाद उसी पीछे वाले रास्ते पर जो हत्या के घटनास्थल की ओर जाता है, जाते दिखाई दिये, जिसके बाद पुलिस टीम द्वारा चखना सेंटर के मालिक अर्जुन साहू निवासी रूडेकेला से सम्पर्क कर वहां का फुटेज देखा गया जिसमें 03 लड़के चोरी करते दिखाई दे रहे हैं इसी आधार पर तत्काल पतासाजी कर तीन नाबालिग बालकों को हिरासत में लिया गया।पुलिस टीम द्वारा हिरासत में लिए गये संदिग्ध बालकों से कड़ी पूछताछ में सेंटर में चोरी और मित्तल निवास में दो लोगों की हत्या करने की वारदात कबूल किए।

कैसे दिया वारदात को अंजाम:–दिनांक 22 सितंबर की दोपहर गांव से संदीप, अक्षय प्रधान और 04नाबालिगों ने रात को चोरी करने का प्लान बनाया। चोरी के प्लान के अनुसार तीन लड़के (सभी नाबालिग) एक साथ तथा बाकी तीन एक साथ लैलूंगा पहुंचेगे और रात में अपने पुराने मिलने के ठिकाने सरस्वती मंदिर के पीछे मिलेंगे। आरोपियों के प्लान के अनुसार तीन लड़के जो पहले लैलूंगा पहुंचे थे साईं पेट्रोल पम्प के पास चखना दुकान में चोरी किए और वहां से गुटखा, सिगरेट, कोल्डड्रिंक आदि लेकर सरस्वती मंदिर के पीछे पहुंचे, जहां इन्हें उनके तीन और साथी मिले।सभी क्षेत्र को अच्छी तरह से जानते थे ये आसपास मकानों को झांके और निर्माणाधीन मकान के पास वाले मदन मित्तल के मकान में बांस के सहारे ऊपर रोशनदान तक दो लड़के पहुंचे,ब्लेड से रोशनदान को काटकर दो लड़के अंदर घुसे और दरवाजा खोले,उनके बाकी साथी भी अंदर प्रवेश किए एक कमरे की लाइट जल रही थी और एक कमरे में मित्तल दंपत्ति सोए हुए थे, जैसे ही आलमारी खोलकर बैग निकाले इतने में मदन मित्तल व अंजू मित्तल जाग गए तो सभी ने मिलकर दोनों की गला दबाकर हत्या कर दी। घटना के बाद बैग में रखे रुपये लेकर दरवाजे के रास्ते भाग निकले। जाते समय रास्ते में एक स्थान पर सभी रुके बैग संदीप पकड़ा था। संदीप अपने साथियों को क्रमश: 20 हजार, 19 हजार 15 हजार 14 हजार एवं एक को 09 हजार रुपये बांटा और बाकी रुपये बैग सहित अपने पास रखकर बाकी रुपये बाद में बंटवारा कर लेंगे अभी कुछ दिन अलग-अलग जगह छिपे रहो” कहकर वहां से निकला। सभी अपने घर पहुंचे और घर में बहानेबाजी कर इधर-उधर गायब हो गये। फरार आरोपी के पास बैग,ज़ेवर और कुछ नकदी होना इनके द्वारा बताया गया है। विधिसंघरत बालक व आरोपी अक्षय प्रधान उर्फ मुंडू पिता राम कुमार प्रधान उम्र 23 वर्ष निवासी थानाक्षेत्र लैलूंगा को हत्या सहित नकबजनी के अप. क्र. 279/2021 धारा 457,380,302 IPC एवं नकबजनी अप.क्र. 281/2021 धारा 457,350 17C में सक्षम न्यायालय पेश किया जा रहा है। फरार आरोपी की सरगर्मी से पतासाजी जारी है, जिस हिरासत में लिये जाने की सम्भावना है।

कुल चोरी कितने की:–पकड़े गए आरोपियों से पुलिस को नकद 80000 रुपए,साथ ही ब्लेड और वारदात वाले दिन के कपड़े भी बरामद हुए हैं।ज़ेवर और अन्य नकद फरार आरोपी के पास होने की जानकारी मिली है।पहले से ही आपराधिक घटनाओं में लिप्त:–पुलिस के अनुसार आरोपियों में से कुछ के पूर्व में क्षेत्र में छोटी-बड़ी चोरियों का रिकार्ड है, जिनके पूर्व आपराधिक रिकार्ड खंगाले जा रहे हैं।
एसपी श्री अभिषेक मीना के कुशल नेतृत्व में निर्मम हत्याकांड का खुलासा करने में एडिशनल एसपी लखन पटले, एसडीओपी धरमजयगढ़ दीपक मिश्रा तथा थाना प्रभारी लैलूंगा, घरघोड़ा, धरमजयगढ़, पूंजीपथरा, चक्रधरनगर के नेतृत्व में गठित टीम व साइबर स्टाफ का विशेष योगदान रहा है।

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