शांति का टापू कहलाने वाले जशपुर जिले मे बीते 5सालों में दुष्कर्म और महिला हिंसा की घटनाओ की आई बाढ़ – सांसद गोमती साय
महिला शिक्षिका से सामूहिक दुष्कर्म मामले पर भड़की सांसद गोमती साय और जिला पंचायत अध्यक्ष रायमुनी भगत
आरोपितो मे युवक कांग्रेस का पूर्व सचिव के शामिल होने पर रायमुनी भगत ने कांग्रेस से माफ़ी माँगने की मांग

मुकेश अग्रवाल । जिले मे आदिवासी महिला शिक्षक से सामूहिक दुष्कर्म की घटना की सांसद श्रीमती गोमती साय और जिला पंचायत जशपुर की अध्यक्ष श्रीमती रायमुनि भगत ने कड़े शब्दों मे निंदा की है. सांसद श्रीमती साय ने कहा की छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार महिलाओ की मान सम्मान की रक्षा करने मे पूरी तरह से विफल साबित हुई है। शांति का टापू कहलाने वाले जशपुर जिले मे बीते पांच साल के दौरान दुष्कर्म सहित महिला हिंसा की घटनाओ की बाढ़ आ गई है। कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है।

लेकिन कांग्रेस सरकार के जिम्मेदार मंत्री इस मामले मे चुप्पी साधे बैठे है। सांसद ने आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर, सलाखों के पीछे भेजनें की मांग की है. जिला पंचायत जशपुर की अध्यक्ष श्रीमती रायमुनी भगत ने घटना की निंदा करते हुए कहा की कांग्रेस सरकार मे महिलाओ की सुरक्षा की आशा करना ही बेकार है।जिस सरकार के जिम्मेदार अधिकारी और मंत्री दिव्यांग बच्चियों से दुष्कर्म के अमानवीय मामले मे मौन साध सकते हैँ, वे सत्ता मे रहने का नैतिक अधिकार खो चुके है।
महिलाओ के साथ हो रहे इस अन्याय और तमाशबिन बने कांग्रेसियो को अब, छत्तीसगढ़ की जनता जवाब देगी. श्रीमती रायमुनि भगत ने कहा कि दनगरी मे हुए सामूहिक दुष्कर्म का आरोपित सद्दाम खान युवक कांग्रेस का पूर्व सचिव और सोशल मिडिया प्रभारी भी रह चूका है। आरोपी सद्दाम खान के साथ,जशपुर के विधायक विनय भगत की कई तस्वीर इंटरनेट मिडिया मे मौजूद हैँ. इसका जवाब विनय भगत को देना चाहिए और कांग्रेस को ऐसे दुष्कर्मी कार्यकर्ता के लिए पीड़िता के साथ महिलाओ से माफ़ी मांगनी चाहिए।