पत्थलगांव सरस्वती शिशु मंदिर के आदर्श शिशु वाटिका में आयोजित हुआ शिशु नगरी कार्यक्रम
मुकेश अग्रवाल
पत्थलगांव । यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच के तहत देश में नई शिक्षा नीति लागू की गई है। यह भारतीय शिक्षा प्रणाली की कमियों को दूर करने, रटने की अवधारणा को दूर करने पर केंद्रित है। जिस पर आधारित सरस्वती शिशु मंदिर के आदर्श शिशु वाटिका पृथक से निर्माण किया गया है। विदित हो कि 12 शैक्षिक व्यवस्था के अंतर्गत यह विद्यालय पृथक से संचालित है। जिसमें बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है। इसी कड़ी में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी रविवार को सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय द्वारा नवनिर्मित आदर्श शिशु वाटिका में शिशु नगरी कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जिसमें मुख्यातिथि के रूप में संस्थान के प्रांतीय संगठन मंत्री डॉ देवनारायण साहू, विशिष्ट अतिथि शिशु वाटिका प्रांत प्रमुख रामकुमार वर्मा,रायगढ़ विभाग के विभाग समन्वयक वीरेंद्र विश्वकर्मा मौजूद रहे। इस दौरान विद्यालय ने सभी अभिभावकों को विशेष रूप से आमंत्रित किया था जिसमें सैंकड़ों की संख्या में अभिभावक शामिल हुए। उक्त कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती, ॐ और भारत माता के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलित कर किया गया।
जिसके पश्चात नर्सरी कक्षा के नन्हें बच्चों ने नृत्य की प्रस्तुति देकर अतिथियों का स्वागत किया। इसी क्रम में बच्चों ने शानदार कविता,भगवान राम के गानों पर नृत्य,सत्यम शिवम सुंदरम,छत्तीसगढ़िया कर्मा नृत्य,डांडिया,ओड़िया नृत्य सहित विभिन्न भाषाओं पर आधारित शानदार प्रस्तुति दी गई। नन्हें बच्चों की मनमोहक नृत्यकला से अभिभावक समेत अतिथि मंत्रमुग्ध हो उठे।
इस दौरान कार्यक्रम की समाप्ति के बाद प्रांगण में बच्चों के माता–पिता अभिभावकों के बीच अनेकों क्रीड़ा प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया जिसमे कक्षा अरुण के अभिभावक अपने बच्चे को पीठ पर उठाकर दौड़ लगाते दिखे। वहीं जलेबी दौड़,चम्मच दौड़,जोड़ी मिलाओ,शब्द चित्र दौड़,कुर्सी दौड़ प्रतियोगिता रखी गई एवं कक्षा अरुण के अभिभावकों के मध्य माचिस की डिब्बियों में तिली भरो प्रतियोगिता रखी गई। कार्यक्रम के अंत में प्रतियोगिताओं के प्रथम एवं द्वितीय विजेता अभिभावकों को विद्यालय की ओर से पुरस्कृत किया गया, विद्यालय द्वारा समस्त अभिभावकों के लिए भोजन एवं जलपान की व्यवस्था रखी गई थी।
राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि बच्चों के मानसिक विकास और प्रतिभा को निखारने के उद्देश्य से विद्यालय द्वारा अनेकों कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। जिस प्रकार बच्चों को विद्यालय में शिक्षकों द्वारा शिक्षा दी जाती है उसी प्रकार उन्हें घरों में भी नित्य प्रति अभिभावकों द्वारा शिक्षा दी जानी चाहिए। सरस्वती शिशु मंदिर एकमात्र ऐसा स्कूल है जहां बच्चों को शिक्षा के साथ साथ संस्कारिक शिक्षा भी की दी जाती है। इस दौरान उन्होंने समस्त मौजूद अभिभावकों का आभार प्रकट किया।
इस अवसर पर विद्यालय समिति के अध्यक्ष सुनील अग्रवाल,व्यवस्थापक प्रयागराज अग्रवाल,संरक्षक राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल,सदस्य बजरंग लाल अग्रवाल,विद्यालय प्राचार्य संतोष कुमार पाढ़ी,प्रधानाचार्य डेमूधर बंजारा एवं विद्यालय के समस्त स्टाफ उपस्थित रहे।